आश्विन मास की अमावस्या तिथि को महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है पितृ पक्ष में इस अमावस्या का होना। इस साल पितृमोक्ष अमावस्या 28 सितंबर को है। इस बार 20 साल बाद सर्व पितृमोक्ष अमावस्या शनिवार के दिन रहेगी। इस दिन का श्राद्ध कर्म करना फलदायक माना गया है। खास बात यह है कि पितृ पक्ष में शनिवार के दिन अमावस्या का योग बहुत ही सौभाग्यशाली है। इससे पहले 1999 में यह संयोग बना था, जब सर्वपितृ अमावस्या शनिवार को आई थी। अब 4 साल बाद 2023 में ये संयोग फिर से बनेगा।
