॥ श्री अम्बा स्तोत्र ॥
॥ Shri Amba Stotra ॥
॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥
का त्वं शुभकरे सुखदुःखहस्ते आघूर्णितं भवजलं प्रबलोर्मिभङ्गैः ।
शांतिं विधातुमिह किं बहुधा विभग्नाम् मतः प्रयत्नपरमासि सदैव विश्वे ॥
सम्पादयत्यविरतं त्वविरामवृता या वै स्थिता कृतफलं त्वकृतस्य नेत्री ।
सा मे भवत्वनिदिनं वरदा भवानी जानाम्यहं ध्रुवमिदं धृतकर्मपाशा ॥
को वा धर्मः किमकृतं क्वः कपाललेखः किंवादृष्टं फलमिहास्ति हि यां विना भोः ।
इच्छापाशैर्नियमिता नियमाः स्वतंत्रैः यस्या नेत्री भवति सा शरणं ममाद्या ॥
सन्तानयन्ति जलधिं जनिमृत्युजालम् सम्भावयन्त्यविकृतं विकृतं विभग्नम् ।
यस्या विभूतय इहामितशक्तिपालाः नाश्रित्य तां वद कुत शरणं व्रजामः ॥
मित्रे रिपौ त्वविषमं तव पद्मनेत्रम् स्वस्थे दुःस्थे त्ववितथं तव हस्तपातः ।
मृत्युच्छाया तव दया त्वमृतञ्च मातः मा मां मुञ्चन्तु परमे शुभदृष्टयस्ते ॥
क्वाम्बा सर्वा क्व गणनं मम हीनबुद्धेः धत्तुं दोर्भ्यामिव मतिर्जगदेकधात्रीम् ।
श्रीसञ्चिन्त्यं सुचरणमभयपतिष्ठम् सेवासारैरभिनुतं शरणं प्रपद्ये ॥
या मामा जन्म विनयत्यतिदुःखमार्गैः आसंसिद्धेः स्वकलितैर्ल्ललितैर्विलासैः ।
या मे बुद्धिं सुविदधे सततं धरण्यम् साम्बा सर्वा मम गतिः सफले फले वा ॥
॥ इति श्री अम्बा स्तोत्रं सम्पूर्णम ॥
स्थान |
अमृतसर, पंजाब, भारत |
तिथि |
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वार |
शुक्रवार |
नक्षत्र |
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सूर्यौदय |
02 May 2025 05:48:28 |
सूर्यास्त |
02 May 2025 19:06:56 |
चंद्रोदय |
02 May 2025 09:28:39 |
चंद्रस्थ |
03 May 2025 00:30:40 |
योग |
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धृति |
02 May 2025 05:38:28 से 03 May 2025 03:19:41 तक |
शूल |
03 May 2025 03:19:42 से 04 May 2025 01:40:41 तक |
शुभ काल |
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अभिजीत मुहूर्त |
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ब्रह्म मुहूर्त |
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अशुभ काल |
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राहू |
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यम गण्ड |
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कुलिक |
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दुर्मुहूर्त |
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वर्ज्यम् |
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