॥ श्री दत्तात्रेय प्रार्थना स्तोत्र ॥
॥ Shri Dattatreya Prarthna Stotra ॥
॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥
श्रीपाद श्रीवल्लभ त्वं सदैव ।
श्रीदत्तास्मान्पाहि देवाधिदेव ॥
भावग्राह्य क्लेशहारिन्सुकीर्ते ।
घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥ १॥
त्वं नो माता त्वं पिताप्तोऽधिपस्त्वम् ।
त्राता योगक्षेमकृत्सद्गुरुस्त्वम् ॥
त्वं सर्वस्वं नोऽप्रभो विश्वमूर्ते ।
घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥ २॥
पापं तापं व्याधिमाधिं च दैन्यम् ।
भीतिं क्लेशं त्वं हराशु त्वदन्यम् ॥
त्रातारं नो वीक्ष्य ईशास्तजूर्ते ।
घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥ ३॥
नान्यस्त्राता नापि दाता न भर्ता ।
त्वत्तो देव त्वं शरण्योऽकहर्ता ॥
कुर्वात्रेयानुग्रहं पूर्णराते ।
घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥ ४॥
धर्मे प्रीतिं सन्मतिं देवभक्तिम् ।
सत्संगाप्तिं देहि भुक्तिं च मुक्तिम् ।
भावासक्तिं चाखिलानंदमूर्ते ।
घोरात्कष्टादुद्धरास्मान्नमस्ते ॥ ५॥
श्लोकपंचकमेततद्यो लोकमङ्गलवर्धनम् ।
प्रपठेन्नियतो भक्त्या स श्रीदत्तप्रियो भवेत् ॥
॥ इति श्री दत्तात्रेय प्रार्थना स्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
स्थान |
अमृतसर, पंजाब, भारत |
तिथि |
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वार |
मंगलवार |
नक्षत्र |
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सूर्यौदय |
28 Oct 2025 06:47:27 |
सूर्यास्त |
28 Oct 2025 17:40:48 |
चंद्रोदय |
28 Oct 2025 12:40:40 |
चंद्रस्थ |
28 Oct 2025 22:42:06 |
योग |
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सुकर्मा |
27 Oct 2025 07:26:21 से 28 Oct 2025 07:50:28 तक |
धृति |
28 Oct 2025 07:50:29 से 29 Oct 2025 07:50:46 तक |
शुभ काल |
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अभिजीत मुहूर्त |
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अमृत काल |
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ब्रह्म मुहूर्त |
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अशुभ काल |
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राहू |
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यम गण्ड |
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कुलिक |
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दुर्मुहूर्त |
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वर्ज्यम् |
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